स्वप्न लगभग सब देखते हैं, मैं भी और आप भी. याद रहे ना रहे. सामान्यत: स्वप्न के दो रूप होते हैं, एक जो चेतनावस्था में देखा जाता है. दूसरा जो अवचेतनास्था में देखा जाता है. चेतनावस्था में देखा गया स्वप्न कल्पना कहलाता है, उम्मीदों और ख्वाहिशों से जुड़ा हुआ. अवचेतनावस्था में देखा गया स्वप्न उम्मीदों और ख्वाहिशों से परे मनोवैज्ञानिक यथार्थ पर निर्भर करता है. यह सामान्य: निद्रावस्था में देखा गया स्वप्न होता है. कल्पनाओं को याद रखने के मुकाबले निद्रावस्था में देखे गये स्वप्न को याद रखना मुश्किल होता है. यह कल्पनाओं से भी परे, जगत के सामान्य और प्रचलित चलन से भी परे, कुछ भी हो सकता है. ऐसे में उसकी जानकारी और उसका आकलन महत्त्वपूर्ण लगा. चूँकि मनुष्य के जीवन में स्वप्न की बहुआयामी भूमिका होती है. इसी को ध्यान में रखकर मैंने ब्लॉग के माध्यम से इसे व्यक्त करने का उद्देश्य स्वीकार किया है.
मुझे अपनी निद्रावस्था में देखा गया स्वप्न याद नहीं रहता है. ऐसे में लोगों से पूछकर, सुनकर ब्यौरों के साथ जो कथा मिलती है उसी को इस ब्लॉग में प्रस्तुत किया करूँगा. आप सभी के स्वप्न टिप्पणियों व सुझावों के साथ आमंत्रित है. आइये मिलकर स्वप्न जगत का रहस्य खोलें. आरंभ करता हूँ इस स्वप्न कथा से….

Wednesday, June 25, 2008

24 जून रात 3 बजे

आज कॉलेज की एक प्राध्यापिका ने अपना सुप्तावस्था का स्वप्न कुछ यूँ सुनाया :-
"मैं घर से निकली कॉलेज जाने के लिए, शाम का समय था. मैंने देखा एक छोटा बच्चा जामुन के पेड़ से जामुन तोड़ने की कोशिश कर रहा है. बिना जान पहचान मैं उसकी मदद के लिए जामुन के पेड़ पर चढ बैठी. मैं देख रही थी आधे पके जामुनों को. जो हरे, लाल रंग के थे. कहीं-कहीं बिल्कुल काला जामुन भी दिख जाता था. जामुनों की खुशबू भी मैं महसूस कर रही थी. मैं जामुन तोड़ती रही और बच्चा उन्हें थैली में भरता रहा. ये नहीं देखा कि पेड़ से मैं कब उतरी. लेकिन मैं ज़मीन पर थी और कॉलेज जा रही थी. अचानक बारिश शुरू हो गई. पानी भरने लगा. मेरे बिल्कुल बगल में नदी बहने लगी, नदी की नमीं और ठंढक मैं महसूस करने लगी. तभी मेरी नींद खुली तो पाया कि वाकई बारिश हो रही थी. रात के 3 बजे थे और खिड़की से फुहार मुझे भिगो रही थी."

स्वप्न से परे सच जो मैं जानती हूँ :-
* मेरे सपने में उजाला नहीं होता, हर सपने का दृश्य शाम के समय का होता है.
* पेड़ों पर चढ़ना मुझे बिल्कुल नहीं आता.
* मुझे रंगों से बहुत प्यार है.
* जामुन बहुत पसंदीदा फल नहीं है.