स्वप्न लगभग सब देखते हैं, मैं भी और आप भी. याद रहे ना रहे. सामान्यत: स्वप्न के दो रूप होते हैं, एक जो चेतनावस्था में देखा जाता है. दूसरा जो अवचेतनास्था में देखा जाता है. चेतनावस्था में देखा गया स्वप्न कल्पना कहलाता है, उम्मीदों और ख्वाहिशों से जुड़ा हुआ. अवचेतनावस्था में देखा गया स्वप्न उम्मीदों और ख्वाहिशों से परे मनोवैज्ञानिक यथार्थ पर निर्भर करता है. यह सामान्य: निद्रावस्था में देखा गया स्वप्न होता है. कल्पनाओं को याद रखने के मुकाबले निद्रावस्था में देखे गये स्वप्न को याद रखना मुश्किल होता है. यह कल्पनाओं से भी परे, जगत के सामान्य और प्रचलित चलन से भी परे, कुछ भी हो सकता है. ऐसे में उसकी जानकारी और उसका आकलन महत्त्वपूर्ण लगा. चूँकि मनुष्य के जीवन में स्वप्न की बहुआयामी भूमिका होती है. इसी को ध्यान में रखकर मैंने ब्लॉग के माध्यम से इसे व्यक्त करने का उद्देश्य स्वीकार किया है.
मुझे अपनी निद्रावस्था में देखा गया स्वप्न याद नहीं रहता है. ऐसे में लोगों से पूछकर, सुनकर ब्यौरों के साथ जो कथा मिलती है उसी को इस ब्लॉग में प्रस्तुत किया करूँगा. आप सभी के स्वप्न टिप्पणियों व सुझावों के साथ आमंत्रित है. आइये मिलकर स्वप्न जगत का रहस्य खोलें. आरंभ करता हूँ इस स्वप्न कथा से….

Monday, April 19, 2010

दो केंचुए

कुछ सपने बहुत छोटे होते हैं, शायद इसीलिए उन्हें याद रखना थोड़ा आसान हो जाता है। यूं तो याद रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है उसका खास यानी विशिष्ट होना, पर मैं यहां सहूलियत का ज़िक्र कर रहा हूं।
एक साथी को अरसे बाद भी यह सपना याद रहा, जिसे उन्होंने इस तरह सुनाया :
मैं कहीं शिफ्ट कर रही हूं। मेरी एक दोस्त आयी। उसपर दो केंचुए चढ़ गए। पता नहीं केंचुए कहां से आए? उसे देखते ही उठ गई।

स्वप्नकथा तो समाप्त हो जाती है पर साथी अपने तरफ से यह जानकारी भी देती हैं कि :
मैं इन केंचुए की प्रजाति को बिल्कुल पसंद नहीं करती, बल्कि घिन्न आती है। शायद इसीलिए उसे देखते ही नींद खुल गई।

इस तरह के स्वप्न जीवन में क्यों दखलअंदाजी करते हैं? शायद आप जानते हों, या प्रयास जरूर करेंगे। इस सिलसिले में एक तथ्यात्मक जानकारी देना चाहता हूं कि साथी दिल्ली शहर में निवास करती हैं एवं महाविद्यालय की प्राध्यापिका हैं।

3 comments:

amritwani.com said...

bahut khub



shkehar kumawat

http://kavyawani.blogspot.com/

संजय भास्‍कर said...

बढ़िया प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई.
ढेर सारी शुभकामनायें.

Sanjay Bhaskar
हरियाणा
http://sanjaybhaskar.blogspot.com

Unknown said...

nice...aacha laga padd kar... :D